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भारत में अपनी किताब की दुकान कैसे शुरू करें|

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book ka business kaise kare

किताबें आजकल उतनी लोकप्रिय नहीं हैं जितनी पहले हुआ करती थी पर अगर सही योजना बनाई जाए तो सफलता मिल सकती है|

अपना बुक-स्टोर (किताब की दुकान) का व्यवसाय शुरू करने के लिए 10 स्टेप:

1 ) सबसे पहले यह देखें की क्या वहां के स्थानीय लोग पुरानी किताबें खरीदने में रूचि रखते हैं|

हो सकता है की एक अच्छी जगह पर दुकान निश्चित रूप से सफलता न दें पर एक ऐसी जगह जहाँ किताबों की मांग न हो तो वहां आपको निश्चित रूप से असफलता प्राप्त होगी|

  • अपने आस पास के प्रतिद्वेंदी को देखें| प्रतिद्वेंदी जितने कम होंगे आपकी बिक्री उतनी अधिक होगी|
  • जहाँ पर आपके दुकान का अच्छा प्रचार हो सके और जहाँ पर आप दुकान खोलने में सक्षम हो वो हीं अच्छी जगह होगी आपके दुकान के लिए|
  • शहर के आधार पर आपके दुकान का किराया Rs 5000 से Rs 5 लाख तक हो सकता है|

2 ) जरुरी लइसेंस और परमिट ले लें

आपको अपनी किताब की दुकान को को क़ानूनी वैधता के लिए कुछ क़ानूनी कार्रवाहियों को पूरा करना होगा|

  • आप तय करें की आपको किस तरह का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, जैसे कॉरपोरेशन, लिमिटेड लायबिलिटी कंपनी, पार्टनर-शिप, इत्यादि|

3 ) सही तरह की किताबें चुनें

पता करें की आपके दुकान पर आने वाले ग्राहक किस तरह की किताबें ख़रीदना और पढ़ना चाहेंगे|

  • उदाहरण, अगर आपके आस पास कई विद्यार्थी रहते हैं तो आपको पढ़ाई से संबंधित पुस्तकें रखनी चाहिए|

4 ) अपनी दुकान को सज़ाएँ

अपने ग्राहक की तरह सोचें|

  •  अच्छी और शानदार दिखने वाली आलमारियां ख़रीदे|
  • बिलिंग करने के लिए एक टेबल ख़रीदे|
  • अपने दुकान में हो सके तो कुछ कुर्सियां रखें ताकि लोग किताब खरीदने से पहले उसे देख सकें|

5 ) किताबों को अच्छे से तय कर के रखें

कोशिश करें की आपके ग्राहकों को किताब ढूंढने में कोई दिक्कत न हो|

  • किताबों को उनको वर्ग के हिसाब से तय करें|
  • किताबों को अलग अलग श्रेणी में रखें जैसे, आत्मकथा, डरावनी कहानियों की किताबें, बच्चों की किताबें इत्यादि|
  • अपनी किताबों को उसके शीर्षक या लेखक के अनुसार रखें|

6 ) पुरानी किताबें ख़रीदे और उन्हें दूसरे ग्राहकों को बेचे

ऐसी व्यवस्था करें जहाँ लोग आकर अपनी पुरानी किताबें बेच सकें और आप उसे फिर अपने दूसरे ग्राहकों को बेच सकें|

  • इससे आपका स्टॉक बढ़ेगा और ग्राहक भी बढ़ेंगे|
  • पुरानी किताबें कई लोग खरीदते हैं|

7 ) अपने ग्राहकों को प्रसन्न रखें ताकि वो आपके दुकान पर हमेशा आएं

अपने ग्राहकों को अच्छा अनुभव कराए ताकि वो आपके दुकान से हीं किताबें ख़रीदे|

ग्राहक किताबें खरीदने के लिए आपके दुकान पर क्यों आएं?

अगर आपके दुकान के पास कोई कैफ़े है जहाँ ग्राहक चाय/क़ॉफ़ी भी पी सकें तो वो आपकी दुकान पर आना पसंद करेंगे| इसपर विचार करें|

8 ) स्थानियों लोगों के बीच  अपने दुकान का प्रचार करें|

अपने दुकान के प्रचार के लिए विचार करें|

  • आप खुद से अपने दुकान के बारे में लोगों को बताएं इससे कई ग्राहक आएँगे|
  • अख़बार, पम्पलेट्स इत्यादि के माध्यम से प्रचार करें|
  • अपनी ख़रीद बढ़ाने के लिए ग्राहकों को कुछ कूपन प्रदान करें| इससे आपके ग्राहक बढ़ेंगे|

9 ) ऑनलाइन प्रचार करें|

आपको यह पता होना चाहिए की आज के ज़माने में अधिकतर लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं ऐसे में अगर आप अपने दुकान का प्रचार ऑनलाइन करते हैं तो आपके ग्राहक बढ़ेंगे|

  • अपने दुकान के प्रचार के लिए अपनी वेबसाइट बनाएँ और सोशल मीडिया पर भी प्रचार करें|
  • अपने दुकान का पता गूगल मैप पर डालें|
  • अपने ऑनलाइन ग्राहकों के लिए फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का प्रयोग करें|

10 ) अपने दुकान को संभालने के लिए टेक्नोलॉजी को अपनाएं

व्यवसाय को शुरू करना आसान है पर उसे सफलतापूर्वक चलाते रहना बड़ी बात होती है|

  • अपने किताबों की सूची को मैनेज करने के लिए किसी इन्वेंटरी मैनेजमेंट एप्लीकेशन का इस्तेमाल करें| इससे आपका काम आसानी से हो जाएगा|
  • आजकल सिर्फ अकेले या कुछ कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर भी व्यवसाय को सही तरीके से चला पाना कठिन होता है| Vyapar जैसे बिज़नेस एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें इससे आपको अपना दुकान चलाने में, स्टॉक मैनेज करना आसान हो जाता है|

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